Drama
Hazar Khwab Haqeeqat (Insaf Ka Tarazu)
Movie: Insaf Ka Tarazu
Release: 1980
Featuring Actors: Raj Babbar, Zeenat Aman, Deepak Parashar
Music Director: Ravindra Jain
Lyrics: Sahir Ludhianvi
Singer: Asha Bhosle, Mahendra Kapoor
Trivia:
Lyrics in Hindi
हज़ार ख्वाब हक़ीक़त
का रूप ले लेंगे
हज़ार ख्वाब हक़ीक़त
का रूप ले लेंगे
मगर ये शर्त है तुम
मुस्कुरा के हाँ कह दो
मुहबतो में है दोनों का
एक ही मतलब
मोहोबतो में है दोनों का
एक ही मतलब
ऐडा से न कहो या
मुस्कुरा के हाँ कह दो
हज़ार ख्वाब हक़ीक़त
का रूप ले लेंगे
हज़ार खवाब बहरो
के और सितारों के
तुम्हरे साथ मेरी
ज़िंदगी में आये है
तुम्हारी बाहों के झूले में
झूलने के लिए
मचल मचल के मेरे आंग
गुण गुनाये है
ये सारे शोक सारे शोक
ये सारे शोक
सङ्कटका रूप ले लेंगे
मगर ये शर्त है तुम
मुस्कुरा के हाँ कह दो
हज़ार ख्वाब हक़ीक़त
का रूप ले लेंगे
भरेगी मांग तुम्हरी वो
दिन भी क्या होगा
सजेगी साइज हवाओ की
साँस मेहकेगी
तुम अपने हाथ से
सरकाओगे मेरा आंचल
अजीब आग मेरे तन
बदन में देहकेगी
ये सारे शोक सरे
शोक ये सारे शोक
सङ्कटका रूप ले लेंगे
मगर ये शर्त है तुम
मुस्कुरा के हाँ कह दो
हज़ार ख्वाब हक़ीक़त
का रूप ले लेंगे
में अपनी जुल्फों के साये
बिछाऊँगी तुमपर
में तुमपे अपनी जवा
धड़कने लुटाऊंगा
में सुभा तुमको जगाउंगी
लब पे लैब रख कर
में तुमको भिचके कुछ और
पास लौंगा
ये सारे शोक सारे शोक
ये सारे शोक
सङ्कटका रूप ले लेंगे
मगर ये शर्त है तुम
मुस्कुरा के हाँ कह दो
मुहबतो में है
दोनों का एक ही मतलब
मोहोबतो में है
दोनों का एक ही मतलब
ऐडा से न कहो या
मुस्कुरा के हाँ कह दो
हज़ार ख्वाब हक़ीक़त
का रूप ले लेंगे.
Lyrics in English
Hazar khwab haqiqat
Ka rup le lenge
Hazar khwab haqiqat
Ka rup le lenge
Magar ye shart hai tum
Muskura ke han keh do
Muhabato me hai dono ka
Ek hi matlab
Mohobato me hai dono ka
Ek hi matlab
Ada se na kaho ya
Muskura ke han keh do
Hazar khwab haqiqat
Ka rup le lenge
Hazar khawab baharo
Ke or sitaro ke
Tumahre sath meri
Zindgi me aye hai
Tumhari baho ke jhule me
Jhulne ke liye
Machal machal ke mere aang
Gun gunaye hai
Ye sare shok sare shok
Ye sare shok
Sadakatka rup le lenge
Magar ye shart hai tum
Muskura ke han keh do
Hazar khwab haqiqat
Ka rup le lenge
Bharegi mang tumahri wo
Din bhi kya hoga
Sajegi saij hawao ki
Sans mehkegi
Tum apne hath se
Sarkaoge mera anchal
Ajeb aag mere tan
Badan me dehkegi
Ye sare shok sare
Shok ye sare shok
Sadakatka rup le lenge
Magar ye shart hai tum
Muskura ke han keh do
Hazar khwab haqiqat
Ka rup le lenge
Me apni zulfo ke saye
Bichaungi tumpar
Me tumpe apni jawa
Dhadkane lutaunga
Me subha tumko jagaungi
Lab pe lab rakh kar
Me tumko bhichke kuch or
Pas launga
Ye sare shok sare shok
Ye sare shok
Sadakatka rup le lenge
Magar ye shart hai tum
Muskura ke han keh do
Muhabato me hai
Dono ka ek hi matlab
Mohobato me hai
Dono ka ek hi matlab
Ada se na kaho ya
Muskura ke han keh do
Hazar khwab haqiqat
Ka rup le lenge.