Drama

Title Song (Choron Ki Baaraat)

By  | 

Movie: Choron Ki Baaraat
Release: 1980
Featuring Actors: Shatrughan Sinha, Neetu Singh
Music Directors: Laxmikant Pyarelal
Lyrics: Anand Bakshi
Singers:  Anwar Hussain, Jaspal Singh, Manna Dey
Trivia:

Lyrics in Hindi

यार दगा दे गया हो यार दगा दे गया
दुल्हन को ले गया
यार दगा दे गया दुल्हन को ले गया
छोड़ गया साथ
आगे आगे दूल्हा रे पीछे चोरों की बारात
आगे आगे दूल्हा रे पीछे चोरों की बारात

यार दगा दे गया दुल्हन को ले गया
यार दगा दे गया दुल्हन को ले गया
छोड़ गया साथ
आगे आगे दूल्हा रे पीछे चोरों की बारात
आगे आगे दूल्हा रे पीछे चोरों की बारात

हर गली में ढूँढ़ते हर गली से पूछते
मिल गया कोई निशा हम चले आये यहाँ
दूर थी मंजल बड़ी राह थी मुश्किल बड़ी
फिर से सँभालते रहे हम मगर चलते रहे
ये भरोसा था हमें था हमें
इतना पता था हमें था हमें
हम रहे जिन्दा अगर आज हो या कल मगर
अरे होगी मुलाकात
आगे आगे दूल्हा रे पीछे चोरों की बारात
आगे आगे दूल्हा रे पीछे चोरों की बारात
यार दगा दे गया दुल्हन को ले गया
यार दगा दे गया

वेड सभी तोड़ के अपना शहर छोड़ के
वो बसा परदेश में एक नए देश पे
हमने भी छोडा वतन
बांध के सर पे कफ़न
वो नहीं या हम नहीं
हम किसी से कम नहीं
हम किसी से कम नहीं
देखिये सुनिए जनाब क्या तबियत है ख़राब
किसलिए ये बेरुखी बात नहीं आपकी
रे लोगो की है बात
आगे आगे दूल्हा रे पीछे चोरों की बारात
आगे आगे दूल्हा रे पीछे चोरों की बारात
यार दगा दे गया दुल्हन को ले गया
यार दगा दे गया

बेवफा वो बेवफा वो है तो क्या
हम तो नहीं बेवफा
बेवफा वो है तो क्या
हम तो नहीं बेवफा
हम पूरे दोश्ती
हम पूरे दोश्ती तोड़ते कैसे ाजी
हम पूरे दोश्ती तोड़ते कैसे ाजी
जान देंगे साथ ही हमने खाई थी कसम
बेवफा वो बेवफा वो है तो क्या
हम तो नहीं बेवफा
वो बेवफा वो है तो क्या
हम तो नहीं बेवफा
ये सितम हो किसलिए किसलिए
वो अकेला क्यों जिए क्यु जिए
किस तरह होगी भला फूल से खुशबू जुड़ा
किस तरह होगी भला फूल से खुशबू जुड़ा
आज का दिन खास है दूर थी अब पास है
ये मिलन की रात
आगे आगे दूल्हा रे पीछे चोरों की बारात
आगे आगे दूल्हा रे पीछे चोरों की बारात
यार दगा दे गया दुल्हन को ले गया
यार दगा दे गया दुल्हन को ले गया
यार दगा दे गया दुल्हन को ले गया
यार दगा दे गया.


Lyrics in English

Yar daga de gaya ho yar daga de gaya
Dulhan ko le gaya
Yaar daga de gaya dulhan ko le gaya
Chod gaya sath
Aage aage dulha re piche choro ki barat
Aage aage dulha re piche choro ki barat

Yaar daga de gaya dulhan ko le gaya
Yaar daga de gaya dulhan ko le gaya
Chod gaya sath
Aage aage dulha re piche choro ki barat
Aage aage dulha re piche choro ki barat

Har gali me dhundte har gali se puchte
Mil gaya koi nisha hum chale aaye yaha
Dur thi manjl badi rah thi muskil badi
Fir se sambhalte rahe hum magar chalte rahe
Ye bharosha tha hame tha hame
Itna pata tha hame tha hame
Hum rahe jinda agar aaj ho ya kal magar
Are hogi mulakat
Aage aage dulha re piche choro ki barat
Aage aage dulha re piche choro ki barat
Yaar daga de gaya dulhan ko le gaya
Yaar daga de gaya

Wade sabhi tod ke apna shahar chod ke
Wo basa pardesh me ek naye desh pe
Hamne bhi choda watan
Bandh ke sar pe kafan
Wo nahi ya hum nahi
Hum kisi se kam nahi
Hum kisi se kam nahi
Dekhiye suniye janab kya tabiyat hai kharab
Kisliye ye berukhi bat nahi aapki
Re logo ki hai bat
Aage aage dulha re piche choro ki barat
Aage aage dulha re piche choro ki barat
Yaar daga de gaya dulhan ko le gaya
Yaar daga de gaya

Bewafa wo bewafa wo hai to kya
Hum to nahi bewafa
Bewafa wo hai to kya
Hum to nahi bewafa
Hum purai doshti
Hum purai doshti todte kaise aji
Hum purai doshti todte kaise aji
Jan denge sath hi hamne khai thi kasam
Bewafa wo bewafa wo hai to kya
Hum to nahi bewafa
Wo bewafa wo hai to kya
Hum to nahi bewafa
Ye sitam ho kisliye kisliye
Wo akela kyu jiye kyu jiye
Kis tarah hogi bhala phul se khusbu juda
Kis tarah hogi bhala phul se khusbu juda
Aaj ka din khas hai dur thi ab paas hai
Ye milan ki rat
Aage aage dulha re piche choro ki barat
Aage aage dulha re piche choro ki barat
Yaar daga de gaya dulhan ko le gaya
Yaar daga de gaya dulhan ko le gaya
Yaar daga de gaya dulhan ko le gaya
Yaar daga de gaya.

Leave a Reply

Share via