Drama

Malik Ki Marzi Ke Aage (Bhakt Raj)

By  | 

Movie: Bhakt Raj
Release: 1960
Featuring Actors: David Abraham, Prem Adib
Music Directors:  Avinash Vyas
Lyrics: Bharat Vyas
Singers: Sulochana Kadam
Trivia:

Lyrics in Hindi

मालिक की मर्जी के आगे
किसी का जोर नहीं
मालिक की मर्जी के आगे
किसी का जोर नहीं
उसके हुक्म पे हुकम
चलने वाला कोई और नहीं
किसी का जोर नहीं
मालिक की मर्जी के आगे

वो चाहे तो पता हिले नहीं
वो चाहे तो पहाड़ हिल
वो चाहे तो पता हिले नहीं
वो चाहे तो पहाड़ हिल
होनी को अनहोनी कर दे
पत्थर में भी फूल खिले
पत्थर में भी फूल खिले
वो अगर न चाहे तो जग में
वो अगर न चाहे तो जग में
शम नहीं और भोर नहीं
किसी का जोर नहीं
मालिक की मर्जी के आगे
किसी का जोर नहीं

ये दुनिया है किसी और की
तू क्यों जाल बिछाता
ये दुनिया है किसी और की
तू क्यों जाल बिछाता
यहाँ न कोई जमके रहता
एक आता एक जाता
एक आता एक जाता
रखे जो रहना गुप चुप सहना
रखे जो रहना गुप चुप सहना
करना कुछ भी शोर नहीं
किसी का जोर नहीं
मालिक की मर्जी के आगे
किसी का जोर नहीं.


Lyrics in English

Malik ki marji ke aage
Kisi ka jor nahi
Malik ki marji ke aage
Kisi ka jor nahi
Uske hukam pe hukam
Chalane vala koi or nahi
Kisi ka jor nahi
Malik ki marji ke aage

Wo chahe to pata hile nahi
Wo chahe to pahad hile
Wo chahe to pata hile nahi
Wo chahe to pahad hile
Honi ko anhoni kar de
Pathar mein bhi phool khile
Pathar mein bhi phool khile
Wo agar na chahe to jag me
Wo agar na chahe to jag me
Sham nahi or bhor nahi
Kisi ka jor nahi
Malik ki marji ke aage
Kisi ka jor nahi

Ye duniya hai kisi or ki
Tu kyo jal bichhata
Ye duniya hai kisi or ki
Tu kyo jal bichhata
Yaha na  koi jamke rahta
Ek aata ek jata
Ek aata ek jata
Rakhe jo rahna gup chup sahna
Rakhe jo rahna gup chup sahna
Karna kuch bhi shor nahi
Kisi ka jor nahi
Malik ki marji ke aage
Kisi ka jor nahi.

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