Drama

Are Ruk Ja Re Bande (Black Friday)

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Movie: Black Friday
Release: 2004
Featuring Actors: Kay Kay Menon, Pavan Malhotra
Music Directors: Indian Ocean
Lyrics:  Piyush Mishra
Singers:  Indian Ocean
Trivia:

Lyrics in Hindi

अरे रुक जा
अरे रुक जा रे बन्दे
अरे थम जा रे बन्दे
की कुदरत हंस पड़ेगी हो
अरे रुक जा रे बन्दे
अरे थम जा रे बन्दे
की कुदरत हंस पड़ेगी हो
अरे नींदे है जखमी
अरे सपने है भूखे
की करवट फट पड़ेगी हो

अरे रुक जा रे बन्दे
अरे थम जा रे बन्दे
की कुदरत हंस पड़ेगी हो
अरे रुक जा रे बन्दे
अरे थम जा रे बन्दे
की कुदरत हंस पड़ेगी हो

अरे मंदिर यह चुप है
अरे मसज्जिद यह गुमसुम
इबादत तक पड़ेगी हो
समय की लाल आंधी
कब्रिस्तान के रास्ते
अरे लटपट चलेगी हो

किसे काफ़िर कहेगा
किसे कायर कहेगा
तेरी कब तक चलेगी हो
किसे काफ़िर कहेगा
किसे कायर कहेगा
तेरी कब तक चलेगी हो
अरे रुक जा रे बन्दे
अरे थम जा रे बन्दे
की कुदरत हंस पड़ेगी हो

अरे मंदिर यह चुप है
अरे मसज्जिद यह गुमसुम
इबादत तक पड़ेगी हो
समय की लाल आंधी
कब्रिस्तान के रास्ते
अरे लटपट चलेगी हो
अरे रुक जा रे बन्दे
अरे थम जा रे बन्दे
की कुदरत हंस पड़ेगी हो
अरे नींदे है जख्मी
अरे सपने है भूखे
की करवट फट पड़ेगी हो

यह आंधी चोट तेरी
कभी की सुख जाती
मगर अब्ब पाक चलेगी.


Lyrics in English

Are ruk ja, are tham ja
Are ruk ja re bande
Are tham ja re bande
Ki kudrat hans padegi ho
Arre ruk ja re bande
Arre tham ja re bande
Ki kudrat hans padegi ho
Arre ninde hai jakhami
Arre sapane hai bhukhe
Ki karvat phat padegi ho

Arre ruk ja re bande
Arre tham ja re bande
Ki kudrat hans padegi ho
Arre ruk ja re bande
Arre tham ja re bande
Ki kudrat hans padegi ho

Arre mandir yeh chup hai
Arre masjjid yeh gumsum
Ibaadat thak padegi ho
Samay ki laal aandhi
Kabristaan ke raste
Arre latpat chalegi ho

Kise kaafir kahega
Kise kaayar kahega
Teri kab tak chalegi ho
Kise kaafir kahega
Kise kaayar kahega
Teri kab tak chalegi ho
Arre ruk ja re bande
Arre tham ja re bande
Ki kudrat hans padegi ho

Arre mandir yeh chup hai
Arre masjjid yeh gumsum
Ibaadat thak padegi ho
Samay ki laal aandhi
Kabristaan ke raste
Arre latpat chalegi ho
Arre ruk ja re bande
Arre tham ja re bande
Ki kudrat hans padegi ho
Arre ninde hai jakhmi
Arre sapane hai bhukhe
Ki karvat phat padegi ho

Yeh andhi chot teri
Kabhi ki sukh jaati
Magar abb pak chalegi.

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